How To Protect Yourself From Online Banking Fraud in Hindi : Online

Online Banking फ्रॉड क्या है? How To Protect Yourself From Online Banking Fraud in Hindi

जहाँ आज के समय में सम्पूर्ण वित्तीय लेन देन प्रणाली ( Financial Transaction System ) लगभग डिजिटल हो गया है। आज लगभग हर किसी के पास स्मार्टफोन है। जिसमे वह Online Banking ( जैसे Google Pay , Phone Pay , Bhim UPI , Amazon Pay etc. ) का प्रयोग करतें है। जिसकी मदद से लाखों के Transaction सिर्फ कुछ ही सेकेंड में हो जाते है। फिर चाहे किसी को पैसा भेजना हो , किसी से पैसा लेना हो। सैलरी लेनी हो आदि। एक क्लिक में पैसा आपके अकाउंट में। लेकिन जहाँ पर Online Banking के इतने सारे फायदे है। वहीँ पर इसके कुछ नुकसान भी है। जिनके बारे में आपको जानना आवश्यक है। जिससे आपको Online Banking का सही प्रयोग करने की जानकारी हो सके। और साथ ही ऑनलाइन या ऑफलाइन होने वाले फ्रॉड से भी आप सुरक्षित रहें। तो चलिए समझते है की – Online Banking फ्रॉड कैसे होता है। आप इससे कैसे सुरक्षित रह सकते है। (Online Banking फ्रॉड क्या है। How To Protect Yourself From Online Banking Fraud in Hindi ) चलिए शुरू करते है। और आज कुछ नया सीखते है।

 

नमस्कार दोस्तों – मैं हूँ आपका दोस्त सूरज पांडेय , और My Solution Hindi के इस ब्लॉग पृष्ठ पर आप सभी का स्वागत करता हूँ।

Online Banking फ्रॉड क्या है। ( What is online banking fraud )

दोस्तों सबसे पहले यह जानना होगा की Online Banking फ्रॉड क्या है।और इसके क्या क्या नुकसान होते है। दोस्तों Online Banking फ्रॉड कई तरीके के होते है।

  • ऑफर फ्रॉड  –
  • बैंक फ्रॉड –
  • प्रमोशन फ्रॉड –
  • विदेशी फंडिंग फ्रॉड –

 

1. ऑफर फ्रॉड.

बहुत से साइबर अपराधी लोग आपको एक प्राइवेट नंबर से कॉल करेंगे और खुद को किसी ब्रांड या कंपनी का मैनेजर होने का दावा करते है। और कहते है की आपके नंबर पर कोई ऑफर चल रहा है। उसको पाने के लिए आपको कुछ स्टेप करने पड़ेंगे। और आपसे कुछ प्राइवेट डिटेल्स ( जैसे Credit / Debit / ATM कार्ड नंबर , एक्सपाइरी Date , CVV Number , OTP ) आदि। और यदि कोई व्यक्ति गलती से अपनी उपरोक्त निजी जानकारिया इन जालसाजों को दे देता है। तो वह लोग उसके अकाउंट से सारा पैसा गायब कर देते है।

2. बैंक फ्रॉड.

इसमें भी अक्सर साइबर अपराधी लोग किसी व्यक्ति को बैंक ऑफिसर या बैंक मैनेजर बनकर प्राइवेट नंबर से कॉल करते है। और उस व्यक्ति को अपने कॉल करने का घटिया सा कारण बताते है। जो की असंभव है। ( जैसे – आपका Credit / Debit / ATM कार्ड ब्लॉक हो गया है /  या होने वाला है। अथवा आपका बैंक अकाउंट बंद हो गया है। या होने वाला है ) और उसको सही करने के लिए आपसे कुछ व्यक्तिगत जानकारी ( जैसे Credit / Debit / ATM कार्ड नंबर , एक्सपाइरी Date , CVV Number , OTP , अकाउंट नंबर , इंटरनेट बैंकिंग आईडी और पासवर्ड ) मांगते है। और यदि कोई व्यक्ति अपनी निजी जानकारियों को इन जालसाजों के साथ शेयर कर देता है। तो ये लोग एक बड़े फ्रॉड को अंजाम दे जाते है। जिससे आपका अकाउंट बैलेंस जीरो हो सकता है।

3. प्रमोशन स्पोंसरशिप या Brand Ambassador  फ्रॉड.

क्योंकि आजकल बैंक और सरकार की तरफ किये जाने वाले प्रयास और अलर्ट की वजह से लोग थोड़ा जागरूक हो गए है। इसलिए अब कोई बैंक के नाम से कॉल करे तो लोग उसे कोई भी डिटेल्स नहीं देते है। इसके लिए इन जालसाजों ने एक नया पैतरा अपनाया है। वह है प्रमोशन फ्रॉड का। अब आप सोच रहे है की –  प्रमोशन फ्रॉड क्या होता है। दोस्तों आजकल हर वह व्यक्ति जो इंटरनेट चलाता है। वह फेसबुक , व्हाट्सप्प , इंस्ट्राग्राम और अन्य सोशल मीडिया साइट का प्रयोग करता ही रहता है। जहाँ पर वह अपनी कुछ जानकरियां ( जैसे – उसका नाम , मोबाइल नंबर , ईमेल आईडी , एड्रेस , वह काम क्या करता है आदि ) पब्लिक रखता है। जिसे कोई भी देख सकता है। और वहीँ से जालसाजों के लिये उसके बारे में जानकारी निकलना आसान हो जाता है। और आपकी जानकारी निकालने के बाद यह लोग आपको कॉल करेंगे। और किसी Paid Software , Paid Game , या Paid Service ( Paid अर्थात सशुल्क सेवा – यानि जिस एप , सॉफ्टवेयर , इस सर्विस के लिए आपको पैसा देना पड़ता है। ) की कंपनी का प्रतिनिधि या मैनेजर बताएँगे। और कहेंगे की हमारी कंपनी ने आपको हमारी प्रोडक्ट ( Paid Software , Paid Game , या Paid Service ) के प्रमोशन या Brand Ambassador के लिए चुना है।

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जिसमे आपको हमारे प्रोडक्ट का प्रचार अपने सोशल मीडिया हैंडल पर करना है। जिसके लिए आपको हमारी कंपनी , रूपए या डॉलर देगी। क्योकि जालसाजों की बताई हुई रकम इतनी अधिक होती है। की कोई भी लालच में आ सकता है। अब जो व्यक्ति इसके लिए राजी हो जाता है। उससे यह कहते है। की प्रमोशन के लिए आपको हमारी कंपनी का एक एप डाउनलोड करना होगा। एप का लिंक आपको भेज दिया गया है। और आपके नंबर पर एक लिंक भेजेंगे और आपको वह सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने के लिए कहेंगे। बस यही से इनका खेला शुरू होता है। इसके द्वारा भेजे गए लिंक से जो एप या सॉफ्टवेयर आप डाउनलोड करते है। वह Malware Software ( Malicious Software ) होता है। ( Malware Software ( Malicious Software ) – यानि ऐसा सॉफ्टवेयर , जिसका उद्देश्य आपके फोन या कंप्यूटर से डाटा चुराना और किसी थर्ड पार्ट को भेजना होता है। ऐसे सॉफ्टवेयर आपकी अनुमति के बिना ऐसे कार्य करता है। जिससे आपके डिवाइस की परफॉर्मेंस पर बुरा असर पड़ता है। ) जो आपके फ़ोन में बिना अनुमति के बैकग्राउंड में रन करता रहता है। जब भी आप कोई एप कोई खोलते है। या कही कोई यूजर आईडी पासवर्ड / पिन डालते है। तो यह उस यूजर आईडी पासवर्ड / पिन को कॉपी करके उस व्यक्ति को भेज देता है। यहाँ तक की जालसाज लोग Malware Software की मदद से आपके फोन की स्क्रीनिंग एक्टिविटी को लाइव सीख सकते है। जिसने आपके फोन में इसे इनस्टॉल करवाया है। इस तरह आपकी यूजर आईडी पासवर्ड / पिन आदि जालसाजों के पास पहुँच जाती है। और वह लोग इसका प्रयोग करके आपके बैंक से सारा रुपया उदा देते है। आपको पता भी नहीं चलता है।

 

 

 

विदेशी फंडिंग फ्रॉड

जालसाजों के द्वारा अपनाया जाने वाला चौथा तरीका है। विदेशी फंडिंग फ्रॉड। इसमें जालसाज लोग एक प्रोफेशनल नम्बर से आपको कॉल करेंगे। और खुद को किसी बैंक का मैनेजर या बैंक का ट्रेड मैनेजर होने का दावा करेंगे। और आपको बताएँगे की – आपके अकाउंट में दस हजार डॉलर यानि ( भारतीय मुद्रा में करीब – पांच लाख रूपया ) आया है। इसलिए हमने आपको यह पूछने के लिए कॉल किया है। की यह पैसा आपके अकाउंट में क्यों आया है। और क्या आप पैसा लेना चाहते है। अब ऐसा सुनने के बाद सामने वाला व्यक्ति भी लालच में आ जाता है। और वह पैसा आने का कोई भी झूठा कारण बता देता है। और पैसे भेजने का अनुरोध करता है। इसी समय मैनेजर या बैंक का ट्रेड मैनेजर का दावा करने वाला जालसाज , उस व्यक्ति से अकाउंट वेरिफिकेशन के नाम पर कुछ प्राइवेट डिटेल्स ( जैसे Credit / Debit / ATM कार्ड नंबर , एक्सपाइरी Date , CVV Number , OTP , अकाउंट नंबर , इंटरनेट बैंकिंग आईडी और पासवर्ड ) आदि माँगता है। और डिटेल्स प्राप्त कर लेने के बाद कॉल कट जाता है। और पालक झपकते ही सारा पैसा अकाउंट से गायब हो जाता है। इस तरह से मासूम लोग ठगी के शिकार हो जाते है।

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ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी से कैसे बचाव करें ( How To Protect From Online Banking Fraud )

दोस्तों जहाँ आजकल साइबर क्राइम और ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ रहे है। वही पर कुछ ऐसे तरीके है। जिनको अपनाकर ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी ( Online Banking Fraud ) से बचाव किया जा सकता है। इसके लिए नीचे बताये गए निम्नलिखित सुझावों और निर्देशों को जिन्हे ध्यान से पढ़िए।

  • अगर आपको किसी व्यक्ति का कॉल आता है। और वह खुद को किसी बैंक का मैनेजर होने का दावा करे। तो उससे ब्रांच का एड्रेस और अपने बैंक का नाम पूछे। और उससे मैनुअली मिलने को बोले। अगर वह बताने में या मिलने में आनाकानी करें। तो इसकी सुचना तत्काल पुलिस को दें। या फिर हेल्पलाइन नंबर 155260 डॉयल करें। और अपनी शिकायत दर्ज करायें।
  • अपना प्राइवेट डिटेल्स ( जैसे Credit / Debit / ATM कार्ड नंबर , एक्सपाइरी Date , CVV Number , OTP , अकाउंट नंबर , इंटरनेट बैंकिंग आईडी और पासवर्ड ) आदि किसी के साथ भी शेयर न करें। चाहे घर का या दोस्त ही क्यों न हो।
  • प्रमोशन स्पोंसरशिप फ्रॉड या Brand Ambassador के लिये आने वाली कॉल को कभी सीरियस न लें। और उनके कहने पर कभी कोई डिटेल्स न दें।

 

  • अगर आप इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल Banking का प्रयोग करते है। तो प्रत्येक सप्ताह अपना पासवर्ड और पिन चेंज करते रहें। और पासवर्ड और पिन हमेशा स्ट्रांग रखें। जो की किसी की भी कल्पना से परे हो।
  1. ( पासवर्ड का उदाहरण – Password937@  Password@937 आदि )
  2. ( पिन का उदाहरण – अपना एरिया का पिनकोड , या अपने मोबाइल नंबर का लास्ट 4 डिजिट / 6 डिजिट आदि )
 

 

 
  • किसी के कहने पर या किसी के द्वारा भेजे गए लिंक से कभी भी कोई एप या सॉफ्टवेयर डाउनलोड न करें।
  • कभी भी किसी पब्लिक कंप्यूटर या किसी दूसरे के डिवाइस में अपना इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल Banking को लॉगिन न करें।
  • अपने Credit / Debit / ATM कार्ड के खो जाने पर या आपको ऐसा लगे की आपकी ये डिटेल्स लीक या चोरी हुई है। तो इसकी सुचना तत्काल बैंक को दें। और कार्ड को ब्लॉक करवाएं। आप इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल Banking की मदद से भी अपने कार्ड्स को ब्लॉक कर सकते है।
  • किसी भी अनसस्पेक्टेड या अनजान लिंक पर क्लिक न करें।

 

उपरोक्त बताये गए निम्नलिखित सुझावों और निर्देशों को अपनाकर आप ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी ( Online Banking Fraud ) से खुद को और अपने पैसों को सुरक्षित कर सकते है।

 

          How To Protect Yourself From Online Banking Fraud in Hindi 

 

आशा करते है यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। और आपने इससे जरूर कुछ न कुछ सीखा। आज अपने क्या क्या सीखा इसके बारे में कमैंट्स में जरूर बताएं। और हाँ यदि आपका कोई सवाल है। तो कमैंट्स में जरूर लिखें। आपको रिप्लाई मिलेगा। धन्यवाद।

4 thoughts on “Online Banking फ्रॉड क्या है? How To Protect Yourself From Online Banking Fraud in Hindi”

  1. I don’t think the title of your article matches the content lol. Just kidding, mainly because I had some doubts after reading the article.

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